ना तो ये पुरुष प्रधान देश है नहीं स्त्री प्रधान देश है
ये पैसा प्रधान देश है
जिसके पास पैसा है उसकी ही चलती है
नहीं तो पुरुष एक रिक्शा चलाने वाला भी है और एक ठेले वाला भी
पर उनको कितनी इज्जत मिलती है हम सबको पता है
कोई स्त्री भी उसकी ही पत्नी बनना चाहती है जिसके पास पैसा है
Jab bhi gaw aata hu tab tab mujhe realise hota hai mujhe successful hone ki bahut jyada jarurat kyu hai ...